श्री साईं सच्चरित्र संदेश

"तुम्हें अपने शुभ अशुभ कर्मो का फल अवश्य ही भोगना चाहिए I यदि भोग अपूर्ण रह गया तो पुनजन्म धारण करना पड़ेगा, इसलिये मृत्यु से यह श्रेयस्कर है कि कुछ काल तक उन्हें सहन कर पूर्व जन्मों के कर्मों का भोग समाप्त कर सदेव के लिये मुक्त हो जाओ" I


"जो मुझे प्रेम से पुकारता है उसके सन्मुख मै अवलिम्ब प्रगट हो जाता हूँ" |

Wednesday, October 26, 2011

सब दिन न रहे एक समान, चिंता त्यागो जपो साईं नाम


ॐ साईं राम,
"सब दिन न रहे एक समान,
चिंता त्यागो जपो साईं नाम"
ॐ साईं नमो नम: श्री सद्गुरु साईं नमो नम:
जय जय साईं नमो नम: श्री सद्गुरु साईं नमो नम:
साईं साईं जपो जी,
"सब दिन न रहे एक समान,
चिंता त्यागो जपो साईं नाम"
ॐ साईं नमो नम: श्री सद्गुरु साईं नमो नम:
जय जय साईं नमो नम: श्री सद्गुरु साईं नमो नम:
साईं साईं जपो जी,

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